आज शिवना प्रकाशन के वरिष्‍ठ संरक्षक आदरणीय दादा भाई महावीर शर्मा जी का जन्‍मदिन है उनको प्रकाशन की पूरी टीम की तरफ से शुभकामनाएं ।

आदरणीय दादा भाई महावीर शर्मा जी का आज जन्‍मदिवस है । दादा भाई से जब से जुड़ा हूं तबसे ही लगता है कि उनसे तो बरसों पुरानी पहचान है । शिवना प्रकाशन को वे अपना ही मान कर चलते हैं । उनके ब्‍लाग पर शिवना की सारी जानकारियां उन्‍होंने सहेज कर लगाई हुई हैं । उनका प्रेम और नेह हर किसी को सहज रूप से प्राप्‍त होता है । उनका जन्‍मदिन शिवना के लिये खास मौका है ।

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दादा भाई के चित्र दीपक चौरसिया मशाल के ब्‍लाग से साभार

कई बार सोचता हूं कि यदि दादा भाई जैसे घने और छायादार वृक्षों की छांव हमें न मिली होती तो कितना नीरस होता हम सब का जीवन । एक बात जो मुझे उनमें सबसे अधिक पसंद आती है वो है उनकी लगन । वे इस उम्र में भी साहित्‍य के प्रति इतने समर्पित हैं कि कभी कभी तो रश्‍क होने लगता है उनसे । रश्‍क इस बात से कि वे इस उम्र में भी सक्रियता के साथ काम कर रहे हैं और एक हम हैं कि ज़रा काम कर लें तो दस दिन तक बहाने बनाते हैं कि नहीं अब कुछ दिन का अवकाश चाहिये ।

दादा भाई का स्‍वास्‍थ्‍य पिछले दिनों ठीक नहीं रहा डाक्‍टरों ने उनको आराम की सलाह दी लेकिन वे फिर भी काम में लगे रहते हैं ।

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जन्‍मदिन की मंगल कामनाएं

और दादाभाई का लिखा ये गीत जो मुझे बहुत पसंद है

लिख चुके प्‍यार के गीत बहुत कवि अब धरती के गान लिखो।
लिख चुके मनुज की हार बहुत अब तुम उस का अभियान लिखो ।।

तू तो सृष्‍टा है रे पगले कीचड़ में कमल उगाता है,
भूखी नंगी भावना मनुज की भाषा में भर जाता है ।
तेरी हुंकारों से टूटे शत्‌ शत्‌ गगनांचल के तारे,
छिः तुम्‍हें दासता भाई है चांदी के जूते से हारे।
छोड़ो रम्‍भा का नृत्‍य सखे, अब शंकर का विषपान लिखो।।

उभरे वक्षस्‍थल मदिर नयन, लिख चुके पगों की मधुर चाल,
कदली जांघें चुभते कटाक्ष, अधरों की आभा लाल लाल।
अब धंसी आँख उभरी हड्‍डी, गा दो शिशु की भूखी वाणी ,
माता के सूखे वक्ष, नग्‍न भगिनी की काया कल्‍याणी ।
बस बहुत पायलें झनक चुकीं, साथी भैरव आह्‍वान लिखो।।

मत भूल तेरी इस वाणी में, भावी की घिरती आशा है,
जलधर, झर झर बरसा अमृत युग युग से मानव प्‍यासा है।
कर दे इंगित भर दे साहस, हिल उठे रुद्र का सिहांसन ,
भेद-भाव हो नष्‍ट-भ्रष्‍ट, हो सम्‍यक समता का शासन।
लिख चुके जाति-हित व्‍यक्‍ति स्वार्थ, कवि आज निधन का मान लिखो।।

 

एक बार फिर से दादा भाई का जन्‍मदिन की मंगल कामनाएं ।

31 comments:

नीरज गोस्वामी said...

परम आदरणीय महावीर जी को जनम दिन के ढेरों बधाइयाँ...इश्वर से कामना करते हैं के वे सदा स्वस्थ रहें.
और आपको "छोड़ो रम्‍भा का नृत्‍य सखे, अब शंकर का विषपान लिखो" जैसे अद्भुत गीत के लिए बहुत बहुत बधाई.
नीरज

समयचक्र said...

दादा भाई के जन्‍मदिन पर बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाये .दीघार्यु हों की मंगल कामना के साथ
महेंद्र मिश्र
जबलपुर.

मनोज कुमार said...

बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाये

amritwani.com said...

hamari or se bhi der sari badhai

shekhar kumawat

http://kavyawani.blogspot.com/

Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकार said...

ब्लॉग जगत के वयोवृद्ध साहित्यकार , अज़ीमतरीन शख़्सियत
परम श्रद्धेय महावीर जी को शत शत नमन ! सादर प्रणाम !
जन्म दिवस की कोटिशः मंगलकामनाएं !
ईश्वर से आपके सुस्वास्थ्य और दीर्घ जीवन की प्रार्थना है ।
-राजेन्द्र स्वर्णकार
Email : swarnkarrajendra@gmail.com
Blog : http://shabdswarrang.blogspot.com

डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali) said...

आदरणीय महावीर जी... को जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाएं....

तिलक राज कपूर said...

मैं तो भाई बहुत स्‍वार्थी हूँ और यही कहूँगा कि श्रद्धेय महावीर जी सदैव स्‍वस्‍थ व सानन्‍द जीवन व्‍यतीत करते हुए हमपर अपना स्‍नेह बनाये रखें। जन्‍मदिन की बहुत बहुत बधाई!

Sulabh Jaiswal "सुलभ" said...

आदरणीय महावीर जी को जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाएं!!

बहुत सुन्दर प्रभावशाली गीत है.

Ankit said...

आदरणीय महावीर जी को सादर प्रणाम,
आपको जन्मदिवस की शुभकामनायें, मैं यही कामना करता हूँ कि आप स्वस्थ रहें और हम सभी का मार्गदर्शन करते रहें.
गुरु जी आपने महावीर जी का एक खूबसूरत गीत यहाँ पे लगा के सभी को धन्य कर दिया.

PRAN SHARMA said...

Aadarniy Mahavir jee kee visheshtaon ka kyaa-kya
varnan karun!Gunon ke bhandaar
hain ve--
Apne sukh kee fiqr n karna
koee aapse sikhe jee
Begaane ke dukh ko harna
koee aapse seekhe jee

Gud see meethee baaten karna
koee aapse seekhe jee
har insan ke dil mein utarna
koee aapse seekhe jee

"Pran" gazal ke kahne kaa fan
sabko hee kab aataa hai
gaagar mein saagar ko bharna
koee aapse seekhe jee
Mujh par to unkee naanaa
mehrbaaniyan hain.Isliye kahaa hai-
Bhool jaaoon har nishanee
aapkee mumkin hai par
bhool jaaon mehrbaanee
aapkee mumkin nahin
Chunki unkaa pooraa naam
Mahavir prasaad hai isliye unkaa
aashirwaad kaa prasaad hum sabko
hamesha hee milta rahe.Ve poorn
swasth rahen aur bkaul Majrooh
Sultaanpuri-
tum jiyo hzaaron saal
saal ke din hon pachaas hazaar

इस्मत ज़ैदी said...

मोअज़्ज़िज़ ओ मोहतरम ,महावीर जी,
सालगिरह की बहुत बहुत मुबारकबाद क़ुबूल फ़रमाएं ,
ख़ुदा आप का साया हम सब पर बनाए रखे,
आमीन

दिगम्बर नासवा said...

आदरणीय महावीर जी को जनम दिन के ढेरों बधाइयाँ .....

दीपक 'मशाल' said...

परम आदरणीय दादा जी को जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं.. मेरा सौभाग्य कि आज उनसे फोन पर बात भी हो पायी. गुरुदेव वो आपका ही ब्लॉग है.. आप तस्वीर उठायें या सारा ब्लॉग ही उठा लें उल्लेख करने की कम से कम आपको तो कोई आवश्यकता नहीं. :)

फ़िरदौस ख़ान said...

आदरणीय महावीर जी को जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाएं...

seema gupta said...

आदरणीय महावीर जी को जनम दिन की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं.

regards

Udan Tashtari said...

श्रृद्धेय महावीर जी का आशीष मुझे बरसों से प्राप्त है और मेरा सौभाग्य की पिछली लन्दन यात्रा के दौरान उनसे चर्चा हुई. चर्चा मात्र फोन पर हो पाई और उनके दर्शन करने मैं समयाभाव में जा नहीं पाया.

महावीर जी से संपर्क और उनका आशीष एक बहुत बड़ा संबल है.

मैं उनके शतायु होने की कामना करता हूँ. आज उनके जन्म दिवस पर हार्दिक अभिनन्दन, बधाई एवं अनेक मंगलकामनाएँ.

श्रद्धा जैन said...

आदरणीय महावीर जी को जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाएं

बहुत सुन्दर प्रभावशाली गीत है

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

परम आदरणीय ,
मेरे लिए श्रध्धा व आत्मबल की मशाल से -- ज्योतिर्मय , आ. महावीर जी को
साल गिरह की अनेकानेक मंगल कामनाएं
व मेरे स स्नेह नमन ...
घने व छायादार आम्र वृक्ष की तरह ,
सदा विनम्रता से झुके हुए ,
परम ज्ञानी " दादा भाई " के प्यार भरे नाम से संबोधित ,
हमारे अग्रज से एक विनती है
आज हमारा नोआ ( मेरा नाती )
४ साल का हो गया है ..
आओ आप सब उसे भी आशिष से नवाजो ...
कितना सुखद संयोग है !!
एक सबसे बड़े और एक सब से छोटे का
जन्म दिन -- अप्रैल २० को , एक साथ ,
एक ही दिन , आ रहा है ...

आज मैं ,
नोआ और उसकी मम्मी सौ. सिंदुर के साथ
zoo जा रही हूँ...:)
वहां असंख्य रंगबिरंगी ट्यूलिप के फूलों के संग , आपको भी बहुत याद करूंगी ...

ईश्वर आपको स्वस्थ व प्रसन्न रखें और आपका साया , सदा हम सब पर बना रहे ,
ये प्रार्थना है
बहुत स्नेह सहित -
- लावण्या के प्रणाम

"अर्श" said...

परम आदरणीय श्री महावीर जी को सादर प्रणाम ,
जन्म दिन विशेष पर उन्हें हमारी तरफ से और शिवना गुरु कुल की तरफ से भी करोडो बधाईयाँ ... हम सभी इनके सुखद स्वस्थ्य और दीर्घायु की कामना करते हैं ...
इस बरगद के वृक्ष से वाकई हम लाभान्वित होते रहे हैं हमेशा से इनकी लगन के आगे हम वाकई नतमस्तक होते हैं गुरु देव ... इस उम्र में भी जिस तरह से ये साहित्य की सेवा कर रहे हैं हमारे लिए ... महावीर ब्लॉग के जरिये ... वरिष्ठ लेखकों के साथ साथ जिस तरह से ये उभरते लेखकों को प्रोत्साहित करते हैं उसके लिए जो कहा जाये कम है...
भगवान् इन्हें बढ़िया स्वस्थ्य और लम्बी उम्र बख्शे ...
आमीन


अर्श

Tej said...

महावीर जी को जनम दिन के ढेरों बधाइयाँ.

वीनस केसरी said...

श्रद्धेय महावीर जी सादर प्रणाम

आपको जन्मदिन की हार्दिक बधाई
ईश्वर से आपकी दीर्ध आयु व उत्तम स्वास्थ की कामना है
आपका स्नेह जिस तार हमेशा मिला है सदैव हमें मिलता रहे और आपका आशीर्वाद हम पर बना रहे आपसे निवेदन है
- आपका वीनस

वीनस केसरी said...

कृपया पिछली टिप्पडी में "आपका स्नेह जिस तार"
की जगह "आपका स्नेह जिस तरह" पढ़े

त्रुटि के लिए खेद है

Dr. Sudha Om Dhingra said...

महवीर भाई साहब,
जन्म दिन की ढेरों बधाइयाँ

Dr. Sudha Om Dhingra said...

महावीर भाई साहब,
जन्म दिन की ढेरों बधाइयाँ

डॉ.भूपेन्द्र कुमार सिंह said...

Many happy returns of the day to DADA BHAI JI.
Read BIKHREY MOTI of Sameer Bhai and its content and presentaion impressed me a lot .Kindly tell me if I wish to publish my collection same as Sameer jis what will be the term and condition?
my email is bksrewa@gmail.com and contact no is 9425898136.
PL respond.
dr.bhoopendra
rewa mp

महावीर said...

प्रिय पंकज सुबीर,
शिवना प्रकाशन पर शिवना प्रकाशन की टीम की शुभकामनाएं पढ़कर अभिभूत हूँ. इतना प्यार उंडेल दिया है कि संभालना कठिन हो रहा है.
हज़ारों दूर रहते हुए भी आप से ऐसा अपनत्व मिला है जिसके आगे नजदीकी रिश्ते गौण लगते हैं.
टिप्पणियों द्वारा बधाई-सन्देश पढ़कर आँखें गीली हो गईं. ऐसा लगा जैसे मैं अपने ही एक विशाल परिवार के बीच उनके प्यार भरे सन्देश सुन रहा हूँ. आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद और प्यार भरा आशीर्वाद.
सस्नेह
महावीर शर्मा

महावीर said...

लावण्या जी और दीपक जी को नाती प्यारे प्यारे दुलारे नोआ को चौथे जन्म दिन पर मेरे और मेरे परिवार की ओर से ढेर सारा प्यार और मंगल कामनाएं. दीपक जी, लावण्या जी, ब्रायन, सिंदूर, सोपान व मोनिका को भी इस शुभ अवसर पर नोआ के जन्मदिन पर बधाई.

निर्मला कपिला said...

आदरणीय महावीर जी को जनम दिन के ढेरों बधाइयाँ.तथा दीर्घायू के लिये मंगल कामनायें। आपका धन्यवाद ।

रविकांत पाण्डेय said...

परमात्मा आदरणीय महावीर जी को चिरायु करे और वे "आठहुं सिद्धि नवो निधि के सुख" को प्राप्त करें।

Shardula said...

परम श्रद्धेय महावीर जी,
जन्मदिवस पे आपको असंख्य शुभकामनाएं!
आपकी कविता पढ़ी. बहुत ओजभरी हुई पुकार है! वाकई मनुज के अभियान गीत और धरती के गान की जिनती आवश्यकता इस युग को है उतनी पहले कभी नहीं थी.
ये पढ़ कर चिंता हुई: "दादा भाई का स्‍वास्‍थ्‍य पिछले दिनों ठीक नहीं रहा डाक्‍टरों ने उनको आराम की सलाह दी लेकिन वे फिर भी काम में लगे रहते हैं।" कृपया अपना ध्यान रखिये, आप हम सब के लिए बहुत बहुत कीमती हैं. जैसा की आपकी कविता में लिखा है "... तेरी इस वाणी में, भावी की घिरती आशा है"
आपके दीर्घ,सुखमय, प्रकाशमान जीवन की कामना करते हुए... सादर...शार्दुला
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लावण्या दीदी,
नोआ को बहुत दुलार और शुभकामनाएं... फूलों और पंछियों के बीच जन्मदिन बिताना बहुत सुखकर रहा होगा :)

कंचन सिंह चौहान said...

ब्लॉग जगत में आने के ठीक बाद जिसने सबसे पहले प्रभावित किया, वो आदरणीय श्री महावीर जी ही हैं और सबसे पहले जिसका प्रोत्सहान मिला वो भी वे ही हैं।

वे चिरायु हों और हम पर स्नेह और आशीष से भरा अपना हाथ रखे रहें यही ईश्वर से प्रार्थना है।